देख कबीरा दंग रह गया, मिला न कोई मीत। मंदिर मस्जिद के चक्कर में, खत्म हो गयी प्रीत।
देख कबीरा दंग रह गया, मिला न कोई मीत। मंदिर मस्जिद के चक्कर में, खत्म हो गयी प्रीत।
आज संसार में हर तरह हिन्दु मुस्लिम समुदाय के बीच भाईचारा को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है यह सभी राजनीतिक के वशीभूत होकर चक्रव्यूह रचा जा रहा है।
मैं इस घटनाक्रम का घोर निंदा करता हूँ
और
सभी से आग्रह करते हैं। शांति बनाए रखें मैंने सद्गुरु कबीर साहब का प्राक्ट्य दिवस के अवसर पर उनका एक पद रखा।
इस पर अवश्य विचार करें।।
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